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पृथ्वी की उत्पत्ति
विचारधारा के अंतर्गत वैज्ञानिकों का यह मत था कि पृथ्वी तथा अन्य ग्रहों की उत्पत्ति तारों से छुपी है. तारा ब्रह्मांण में स्थित एक ऐसा विशाल पिण्ड होता है जिसके पास स्वयं की ऊर्जा विध्यमान होती है. जो नाभिकीय संलयन के कारण विकसित होती है. जिसमें H (हाइड्रोजन) के परमाणु मिलकर हिलियम परमाणु को जन्म देते हैं तथा ऊर्जा ऊष्मा एवं प्रकाश के रूप में उत्सर्जित करते हैं. वैज्ञानिक… More »
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भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना चाहिए था : जस्टिस एस आर सेन
नई दिल्ली : मेघालय हाई कोर्ट के जज ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए और उन्होंने पीएम मोदी और ममता बनर्जी से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि देश कहीं इस्लामिक न हो जाए। मेघालय हाई कोर्ट के जस्टिस एस आर सेन ने सरकार से ऐसे रूल्स-रेगुलेशंस बनाने की अपील की है, जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों में रहने वाले गैर-मुस्लिम समुदाय और समूह को भारत… More »
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रुद्र महालय मंदिर (गुजरात) का पूर्ण निर्माण
रुद्र महालय मंदिर (गुजरात) का पूर्ण निर्माण चोथी पीढ़ी में महाराज जयसिंह ने किया । इस समय महाराज जयसिंह द्वारा प्रजा का ऋण माफ किया गया ओर इसी अवसर पर नव संबत चलवाया जो आज भी सम्पूर्ण गुजरात मे चलता हे । इस रुद्र महालय में एक हजार पाँच सो स्तभ थे, माणिक मुक्ता युक्त एक हजार मूर्तियाँ थीं, इस पर तीस हजार स्वर्ण कलश थे। जिन पर पताकाएँ फहराती थी । रुद्र महालय में पाषाण पर कलात्मक "गज" एवं "अश्व" उत्कीर्ण… More »
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आओ जाने वैदिक गिनती कहाँ से कहाँ तक है
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संस्कृत मंत्रों के उच्चारण से बढती है स्मरणशक्ति – डॉ. जेम्स हार्टजेल, न्यूरो साइंटिस्ट, अमेरिका
हमें पता है कि संस्कृत हमारी प्राचीन भाषा है । हिन्दुआें के धर्मग्रंथ भी इसी भाषा में है । संस्कृत को हम देववाणी भी कहते है । प्राचीन काल में शिक्षा इसी भाषा में दी जाती थी । इसलिए प्राचीन काल के लोग संस्कारी, चारित्र्यवान, शिलवान, धर्मपरायण, कर्तव्यनिष्ठ थे। परंतु जैसे ही मेकॉले की शिक्षा पद्धती भारत में आर्इ, हमारी महान संस्कृत को हम भुल गए । मेकाॅले की मॉडर्न शिक्षाप्रणाली से समाज अधोगती की आेर… More »
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