कुछ पढ़े लिखे मूर्खों के बचकाने प्रश्नो के उत्तर.!
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कुछ पढ़े लिखे मूर्खों के बचकाने प्रश्नो के उत्तर.!
1- कुछ लोग पूंछते है कि अगर आयुर्वेद सबसे पुराना है तो लोग एलोपैथी क्यों अपनाते है।
आयुर्वेद आज हाशिये पर क्यों है?
उत्तर- क्योंकि जैसे कमाने के लिए लोग शॉर्टकट करते है गलत तरीको को भी आज़माते सब्र नही करते है उसी तरह बीमारी को भी तुरन्त हटाना चाहते है चाहे वो दोबारा हो जाये क्यों कि अलो पैथी में जल्दी किन्तु स्थाई इलाज नही मिलता पर आयुर्वेद में कुछ देर लगती है पर बीमारी जड़ से समाप्त हो जाती है किन्तु लोगो मे सब्र नही है साथ ही भारत सरकार अपने स्वास्थ्य बजट में 97% पैसा एलोपैथी में खर्च करती है और सिर्फ 3% ही आयुर्वेद पर।
2- संस्कृत अगर सबसे प्राचीन और सबसे बेहतरीन भाषा है तो वो हाशिये पर क्यों.?
उत्तर- आप संस्कृत की बात करते है, यहां तो हिंदी का हाल बेहाल है, संस्कृत की तो बात ही मत कीजिये।आज आप स्नातक हो कर खुद को ग्रेजुएट बोलते है क्योंकि आज अंग्रेजी का दबदबा है क्योंकि भारत सरकार ने कभी भी देश की भाषाओं के विकास के लिए कुछ नहीं किया जबकि चीन में चाइना,इस्लामिक देशो में अरबी ,ओर पश्चिमी देशों में फ्रेंच जर्मनी भाषाओं में ही सरकारी कामकाज होते है जबकि भारत मे हिंदी की जगह अंग्रेज़ी को प्राथमिकता दी जाती है वर्ना एक नयी खबर ये है की 7वीं और 8वीं जेनेरेशन, कंप्यूटर संस्कृत भाषा में होंगे।
3- लोग पूंछते है कि वेदों में विज्ञान है तो फिर भारत पीछे क्यों है?
उत्तर- क्योंकि वेदों की शिक्षा का ज्ञान आज से 2500 वर्ष पूर्व ही देना व ग्रहण करना मुगलों ने बंद करवा दिया था विदेशी आक्रमणों ने हमारे तक्षशिला, नालंदा, मितावली इत्यादि विश्वविद्यालयो को नष्ट कर दिया। धीरे धीरे भारत की गुरुकुल प्रणाली समाप्त हो गयी।ओर वेद केवल संस्कृति धरोहर बन कर रह गए
वर्ना आज भी IIT की तैयारी करने वाले छात्र अथर्ववेद का वैदिक गणित पढ़ते है और अमेरिका के NASA में राक्षसराज मयदानव का लिखा ग्रन्थ "सूर्यसिद्धांत" सभी वैज्ञानिको को पढ़ना पड़ता है। ये ग्रन्थ रावण के ससुर और मंदोदरी के पिता मयदानव ने लिखा था। इसमें परमाणु बम और सूर्य से सम्बंधित कई चौकाने वाली जानकारियां है।
4- लोग पूंछते है कि भारत के लोग इतने ही इंटेलीजेंट है तो देश पीछे क्यों है ?
उत्तर- क्योंकि वर्तमान समय में भारत में इंटेलीजेंट लोगो की कदर ही नहीं है कुछ लोगो मे भी धन की महत्वाकांक्षा बढ़ गई है जिसके लिए लोग भी विदेशों को पलायन कर रहे है भारत के इंटेलीजेंट लोग वर्तमान में अमेरिका यूरोप जापान इत्यादि देशो में सेवा दे रहे है।
अमेरिका में जितने भी बेहतरीन डॉक्टर है उनमे अधिकतर भारतीय है।
वर्तमान में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट इत्यादि कंपनियो के CEO भारतीय है।
NASA ने "GOD पार्टिकल" खोजने के लिए जिस मशीन का निर्माण किया है उस मशीन का नाम भारत के एक बंगाली वैज्ञानिक डॉ बोस के नाम पर रखा गया है। नासा के अधिकतर वैज्ञानिक भारतीय है।
40% से भी अधिक वैज्ञानिक भारतीय है।
विश्व में सबसे ज्यादा सॉफ्टवेयर भारतीय ही बनाते है।
5-अगर भारत पहले सोने की चिड़िया था तो आज गरीब देश क्यों है ?
उत्तर- क्योंकि पहले राजाओं का शासन था जो भारत के लोगो की जरूरतों का ख्याल रखते थे विश्व की कुल जीडीपी में भारत का हिस्सा 45% से भी अधिक था..किन्तु पहले मुगलों ने देश को लूटा फिर अंग्रेज़ो ने देश को लूटा ओर जब से देश आजाद हुआ है तब से कांग्रेस के नेता ही देश पर काबिज है जो देश की सम्पत्ति को विदेशों में संग्रहित कर रहे है जो उनके भी किसी काम नही आने वाली जितना टैक्स भारत के लोग भरते है यदि आज किसी देश भक्त की चले तो भारत में सड़के तक सोने की हो जाये किन्तु भारत मे अब मुगलों की नाजायज औलाद मुसलमानों के रहते ये संभव नही क्यों कि केवल मुस्लिम कोम ऐसी है जो टेक्स तो कोई नही देती किन्तु सबसे ज्यादा चोर,गंदगी पसंद ओर दूसरे के हक पर कब्ज़ा करने वाली है जो कि इनके नबी ने इन्हें सिखाया है और इनका बदलना अब असम्भव है भारत के अर्थशास्त्री स्वदेशी निति अपनाते थे। आज भारत की जीडीपी 7% भी नहीं है और आज भारत के अंदर ही विदेशी कारोबार फल फूल रहा है वरना 18वीं सदी तक रुपया डॉलर से ज्यादा ताकतवर था।
कहने का तात्पर्य ये कि महाभारत युद्ध के बाद से ही देश अस्तव्यस्त हुआ है।
कभी विदेशी आक्रमणों ने देश को बर्बाद किया था और आज इस देश के कई मुगलिया गद्दार खून के बंशज जैसे ओर अन्य संवैधानिक देशद्रोही देश को बर्बाद कर रहे है..!ओर उस सब के जिम्मेदार कोई और नही हम ही है