हिंदू धर्माचार्य नहीं सुधरे तो छोड दूंगी हिन्दू धर्म : मायावती
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बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने यूपी के आजमगढ में एक सभा को संबोधित करते हुए बडा बयान दिया है । मायावती ने हिंदू धर्म छोड़ने की चेतावनी देते हुए कहा कि ‘बाबा साहब ने हिंदू धर्म में छुआछूत के चलते बौद्ध धर्म अपनाया। इस घटना के बाद भी हिन्दू धर्माचार्य अभी तक नहीं सुधरे हैं। इसके चलते आने वाले समय में मैं भी बौद्ध धर्म अपना सकती हूं।’ मंगलवार को आजमगढ़ में एक कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मायावती ने यह चेतावनी दी ।
बीएसपी प्रमुख ने कहा कि आज देश में धर्म के नाम पर भय का माहौल है । खास तौर पर मुस्लिमों में बीजेपी और आरएसएस के चलते यह डर का माहौल बढता ही जा रहा है । बसपा सुप्रीमो ने इस दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा ।
यह वार्ता पढकर कुछ सूत्र ध्यान में आते है, जैसे कि :
१. वैसे देखा जाए तो हिन्दू धर्म में छुआछूत को स्थान ही नहीं है । हिन्दू धर्म वर्णाश्रमव्यवस्था बताता है आैर किसी भी हिन्दू का वर्ण उसके गुण तथा कर्मों के अनुसार निश्चित होता है । यदि धर्माचार्यों की बात करे, तो कुछ धर्माचार्य गलत है इसलिए धर्म छोडना यह बात अनुचित है, एैसे लगता है । रही बात मायावती जी के धर्म छोडने की, तो किसी को भी यही लग सकता है कि ‘क्या चुनावों को नजर में रखकर यह मायावती जी कोर्इ नर्इ चाल तो नहीं है ना ?’ ।
२. बीएसपी प्रमुख को लगता है कि मुस्लिमों में डर बढ चुका है तथा उन्हें रोहिंग्या मुसलमानों की चिंता भी रहती है । परंतु आज तक मायावती ने कभी भी १९९० से जिहादी आतंकवादियों के कारण अपने ही देश में निर्वासित बने कश्मीरी हिन्दूआें के विषय कोर्इ भी बयान नहीं किया है । क्या यही उनकी ‘सर्वधर्मसमभाव’ की व्याख्या है ?
३. हिन्दू धर्म छोडने की बात करनेवाली मायावती ने अभी तक हिन्दुआें के लिए क्या किया है, यह वे पहले बताएं । हिन्दू धर्म का महत्त्व ज्ञात न होनेवाले के कारण ही मायावती जैसे जन्महिन्दू नेता एेसे वक्तव्य कर हिन्दुआें की दिशाभूल कर रह रहे ।