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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    03 Sep, 2017, 11:35:AM (Hindi)
    Ancient Bhartiya Culture

    पूरा विश्व भारतीय सांस्कृति को मानने लगे हैं

    पूरा विश्व भारतीय सांस्कृति को मानने लगे हैं

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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    03 Sep, 2017, 11:07:AM (Hindi)
    Ancient Bhartiya Culture

    अंग्रेजो ने भी भगवान राम पर सिक्के छापे थे

    अब कोई सरकार छापने की हिम्मत करे तो सेकुलर कहेंगे कि देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश है ll

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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    03 Sep, 2017, 11:01:AM (Hindi)
    History

    ये क्यों नहीं पढाया जाता की जहाँगीर ने श्री गुरु अर्जन देव को गर्म तवे पर बैठाया था?

    श्री गुरु अर्जन देव जी को मुग़ल शाशक जहाँगीर ने गर्म तवे पर बैठा दिया था और गरम तेल में पका कर हत्या कर दी थी , लेकिन आज के कुछ सिख भाई मुगलों की क्रूरता भूल गए हैं और आज भी गुरु अर्जन देव की आत्मा की शांति के लिए हम ठंडा शर्बत पिलाते हैं
    श्री गुरु अर्जन देव सिक्खों के पाँचवें गुरु थे। ये 1581 ई. में गद्दी पर बैठे। श्री गुरु अर्जन देव का कई दृष्टियों से सिख गुरुओं में विशिष्ट स्थान है। ‘श्री…
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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    02 Sep, 2017, 10:24:AM (Hindi)
    History

    2-2 दीनार में हुई हिन्दू महिला नीलाम, क्यूंकि बंटा हुआ था हिन्दू, और आज भी नहीं सुधरा

    खैर हम बात कर रहे है बाबर से कहीं पहले गज़नी के ज़माने की 17 बार में गज़नी 4 लाख हिन्दू महिलाओं को अफगानिस्तान ले गया, और वहां उनको नीलाम किया गया, बहुत सी महिलाओं ने आत्महत्या भी की आज भी गज़नी में एक स्तम्भ है जिसपर लिखा है 'दुख्तरे हिन्दोस्तान, नीलामे दो दीनार' इसका मतलब है "ये है वो जगह जहाँ पर हिंदुस्तान से लायी गयी (हिन्दू औरते) 2-2 दीनार में बेचीं गयी" हर बार गज़नी भारत आता रहा, गज़नी ही नहीं और…
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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    02 Sep, 2017, 10:21:AM (Hindi)
    Story

    Story

    दो भाई धन कमाने के लिए परदेस जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने देखा कि एक बूढ़ा दौड़ा चला आ रहा है। उसने पास आते ही कहा, “तुम लोग इस रास्ते आगे मत जाओ, इस मार्ग में मायावी भयानक पिशाच बैठा है। तुम्हें खा जाएगा।” कहते हुए विपरित दिशा में लौट चला। उन भाइयों ने सोचा कि बेचारा बूढ़ा है, किसी चीज को देखकर डर गया होगा। बूढ़े होते ही अंधविश्वासी है। मिथक रचते रहते है। हम जवान हैं, साहसी है। हम क्यों घबराएँ।…
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