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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    29 Jan, 2019, 01:46:AM (Hindi)
    History

    झूठ का पिटारा था शाहजहाँ और मुमताज़ की प्रेमकहानी

    झूठ का पिटारा था शाहजहाँ और मुमताज़ की प्रेमकहानी ....,,,,
    मुमताज का असली नाम “ अर्जुमंद-बानो-बेगम” था, जो शाहजहाँ की पहली पत्नी नहीं थी.
    मुमताज के अलावा शाहजहाँ की 6 और पत्नियां भी थी और इसके साथ उसके हरम में 8000 रखैलें भी थी.
    मुमताज शाहजहाँ की चौथे नम्बर की पत्नी थी. मुमताज से पहले शाहजहाँ 3 शादियाँ कर चुका था. मुमताज से शादी करने के बाद 3 और लड़कियों से विवाह किया था.
    मुमताज…
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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    29 Jan, 2019, 01:43:AM (Hindi)
    Ancient Bhartiya Culture

    वीर सावरकर

    वीर सावरकर पहले ऐसे भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने सर्वप्रथम विदेशी वस्त्रों की होली जलाई,,
    वीर सावरकर पहले स्नातक थे जिनकी स्नातक की उपाधि को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण अँगरेज सरकार ने वापस ले लिया।
    वीर सावरकर ने राष्ट्रध्वज तिरंगे के बीच में धर्म चक्र लगाने का सुझाव सर्वप्रथम ‍दिया था, जिसे राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने माना
    वीर सावरकर पहले भारतीय विद्यार्थी थे…
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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    29 Jan, 2019, 01:39:AM (Hindi)
    Ancient Bhartiya Culture

    कान्वेन्ट_का_अर्थ_क्या_है

    #कान्वेन्ट_का_अर्थ_क्या_है
    सबसे पहले यह जानना आवश्यक है कि ये शब्द कहाँ से आया है तो आइये प्रकाश डालते हैं ।
    ब्रिटेन में एक कानून था लिव इन रिलेशनशिप बिना किसी वैवाहिक संबंध के एक लड़का और एक लड़की का साथ में रहना। जब साथ में रहते थे तो शारीरिक संबंध भी बन जाते थे तो इस प्रक्रिया के अनुसार संतान भी पैदा हो जाती थी तो उन संतानों को किसी चर्च में छोड़ दिया जाता था।
    अब ब्रिटेन की सरकार…
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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    25 Jan, 2019, 18:24:PM (Hindi)
    Bhajan

    mero man ram

    Meera Bhajan

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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    25 Jan, 2019, 18:03:PM (Hindi)
    Herbs & Plants

    विटामिनों के सन्दर्भ में

    आदमी जितना पैसा कमाकर सम्भ्रान्ति की ओर सरकता है , वह फ़ूड के साथ फैड भी खरीदता है। रेशेदार फलों को खाने वाले आदिम से वह प्रिज़र्वेटिव जूसपायी आधुनिक हो जाता है। भोजन को वह सम्पूर्ण पोषण के लिए अनुपयुक्त समझता है ; उसमें पुष्टि के लिए नाना सप्लीमेंटों की चाहत ज़ोर मारने लगती है।

    जितना पैसेवाला समाज , उतना वह सप्लीमेंट-आकांक्षी ! उसे लगता ही नहीं कि गाजर-पपीते से विटामिन ए , चोकर-भूसी से…
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