अनुलोम-विलोम प्राणायाम / Anulom Vilom Pranayam
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Anulom Vilom Pranayamविधि:-
ध्यान के आसान में बैठें।
बायीं नासिका से श्वास धीरे-धीरे भीतर खींचे।
श्वास यथाशक्ति रोकने (कुम्भक) के पश्चात दायें स्वर से श्वास छोड़ दें।
पुनः दायीं नाशिका से श्वास खीचें।
यथाशक्ति श्वास रूकने (कुम्भक) के बाद स्वर से श्वास धीरे-धीरे निकाल दें।
जिस स्वर से श्वास छोड़ें उसी स्वर से पुनः श्वास लें और यथाशक्ति भीतर रोककर रखें… क्रिया सावधानी पूर्वक करें, जल्दबाजी ने करें।
लाभ:-
शरीर की सम्पूर्ण नस नाडियाँ शुद्ध होती हैं।
शरीर तेजस्वी एवं फुर्तीला बनता है।
भूख बढती है।
रक्त शुद्ध होता है।
सावधानी:-
नाक पर उँगलियों को रखते समय उसे इतना न दबाएँ की नाक कि स्थिति टेढ़ी हो जाए।
श्वास की गति सहज ही रहे।
कुम्भक को अधिक समय तक न करें।