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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    05 Oct, 2022, 10:59:AM (Hindi)
    Articles

    विजय दशमी का स्वरुप

    प्रत्येक पर्व चाहे राष्ट्रीय हो या धार्मिक लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं। धन्यवाद देते हैं, मुबारक बाद देते हैं। मनुष्यों के पास कुछ रटे रटाये शब्दकोष होते हैं। दुख के अवसरों पर दुख प्रकट करने वाले खुशी के अवसर पर खुशी प्रकट करने वाले, किसी के घर जाकर या मंच से किसी के निधन पर किसी ने प्रसन्नता प्रकट की हो ऐसा कभी न हुआ है, न हो सकता है। कुछ रटे रटाये शब्द कोषों को दुहरा देने मात्र से कर्तव्य की पूर्ति…
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    Tags : #vijay dashmi, #???? ????

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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    01 Dec, 2022, 10:45:AM (Hindi)
    Articles

    नवरात्री पर्व की आध्यात्मिक व्याख्या

    आज नवरात्रि चल रहे हैं। आप सबने नवरात्रि मना रहे हैं। कुछ लोग श्रद्धा से व्रत भी रख रहे हैं। मनुष्य में श्रद्धा की कमी नहीं हर मनुष्य में श्रद्धा है। और उसकी श्रद्धा कहीं न कहीं लगी है इस धरती पर कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसके अन्दर श्रद्धा न हो। हमारी श्रद्धा कहीं माता-पिता में है, कहीं पत्नी बच्चे में है, कहीं मित्र में है, कहीं धन में है, कहीं पद में है, कहीं सम्मान में है, कहीं देवी में है और कहीं…
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    Tags : #navratri, #????????

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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    15 Jul, 2022, 16:35:PM (Hindi)
    Photos

  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    15 Jul, 2022, 16:38:PM (English)
    Books

    Yog Darshan

    Read and download English commentry in Maharshi Patanjali's Yog Darshan

    Tags : #Yog darshan english

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  • Yatharth Sandesh

    Yatharth Sandesh
    14 Jul, 2022, 04:54:AM (Hindi)
    Press & Media

    धर्म के नाम पर भ्रमित समाज

    धर्म के नाम पर भ्रमित समाज
    (सम्पूर्ण मानवजाति का धर्म एक है, परंपराओं को धर्म मानना भूल है।)
    आज धर्म भारत का ही नहीं अपितु विश्व का उलझा हुआ प्रश्न है, वस्तुतः विश्व की सभी समस्याओं के मूल में कहीं न कहीं धर्म का नाम लिया जाता है। जिसने जहां जिस परंपरा में जन्म लिया, जीवन पर्यन्त उन्हीं परंपराओं को धर्म मानकर उनका पालन किया, लेकिन धर्म के मूल रूप से वंचित रहने के कारण हम उन वैदिक सूत्रों…
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    Tags : #????

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